Description
प्रकृति, पृथ्वी, समाज, परिवार और उनका केन्द्र बिन्दु एक संवेदनशील मन जो जीवन के विविध् सोपानों को सिपर्फ नेत्राांे से नहीं हृदय से भी देखता है और हृदय में संचयित हो जाता है वह घटनाक्रम और जन्म होती है कविता की पंक्तियाँ।
इन कविताओं को सृजन करने में जिन व्यक्ति, विशेष घटनाक्रमों का योगदान रहा जिनका सूक्ष्म रूप में मेरे चिंतन पर प्रभाव पड़ा मैं तटस्थ रूप से उनका हृदय से आभार प्रकट कर रहा हूँ तथा कृतज्ञ हँू जिनसे मेरे अंदर का यह भाव रूप् अंकुरित हुआ। मानव का जीवन बहु आयामों से भरा है जिन्हें वह स्मृतियों में रखता हुआ आगे बढ़ता है मैंने उसे स्मृतियों के साथ-साथ अपने शब्दों में प्रकट करने का प्रयत्न किया है आशा है यह रचनाएँ आप सभी को किसी ना किसी रूप में आपकी अपनी भावनाओं का एहसास करायेंगी।